सरगुजा: कांग्रेस के सदस्यता अभियान के तहत डिजिटल सदस्यता प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे पीसीसी चीफ मोहन मरकाम (Mohan Markam in Digital Membership Training Program) पार्टी की अंदरूनी कलह के सवाल पर उलझते नजर आये. हालांकि उन्होंने भी माना कि पार्टी में कलह है, जिसे खत्म कर लिया जाएगा.
सरगुजा में मोहन मरकाम का बयान मंत्री सिंहदेव पर लगे आरोपों पर मरकाम ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी लगी है. अगर किसी तरह की शिकायत आती है तो इस पर कार्रवाई होगी. नोटिस दिया जाएगा. शायराना अंदाज में मरकाम ने कहा कि ' सूरज को रोशनी दिखाए सूरज धुंधला नहीं हो सकता'. बृहस्पति सिंह के आरोपों पर सफाई देते हुए मरकाम ने कहा कि 'उन्होंने सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली है. वहीं सरगुजा के साथ सौतेले व्यवहार पर कहा कि सरगुजा के साथ कोई भेदभाव नहीं हो रहा है. सरगुजा का गौरव हमेशा बना रहेगा'.
समूचे छत्तीसगढ़ में नहीं हो सकती है शराबबंदी- पीसीसी चीफ मोहन मरकाम
'ढाई साल की कुर्सी की जंग'
इधर भाजपा ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा है. भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि 'सरकार के एक मंत्री पर लगातार संगीन आरोप लगते हैं. विधायक कहते हैं वो उनकी हत्या कराना चाहते हैं. एक पार्षद उन पर जमीन घोटाले का आरोप लगाते हैं. उनका ही छात्र संगठन आरोप लगाकर शिकायत करता है. अगर मंत्री पर आरोप सही हैं तो सरकार भी उतनी ही दोषी है. भूपेश बघेल एक दागी सरकार चला रहे हैं. क्योंकि कैबिनेट का मतलब ही होता है सामूहिक जिम्मेदारी. कैबिनेट के एक मंत्री पर इतने आरोप हैं तो उसकी जांच कराकर दूध का दूध और पानी का पानी करना चाहिए. यदि ऐसा नहीं कर रहे हैं तो या तो सरकारी संरक्षण है या फिर सरकारी षड्यंत्र. मामला ढाई साल की कुर्सी के जंग का ही है.