सूरजपुर: सरगुजा सांसद और केन्द्रीय जनजाति विकास राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने ETV भारत से खास बात की. केंद्रीय राज्य मंत्री ने इस दौरान जनजातियों और आदिवासियों के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं, प्रदेश सरकार की तैयारियों और नीतियों को लेकर विस्तार से चर्चा की. रेणुका सिंह ने कहा कि वे 5 हजार आदिवासी बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देने के लिए पोर्टल लॉन्च करने जा रही हैं. इससे जरिए देश के कोने-कोने में जो जनजातीय बच्चियां रहती हैं, उन्हें मोबाइल के जरिए शिक्षा मिलेगी.
केन्द्रीय जनजाति विकास राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि दो दिन पहले मंत्रालय ने देशभर के ट्राइबल, फॉरेस्ट और सोशल वेलफेयर मिनिस्टर्स के साथ चर्चा की गई. मीटिंग में ये तय किया गया कि राज्य सरकारें लघु वनोपजों की खरीदी करें. अगर पैसे की कमी है तो सरकारें मांग पत्र भेजें. इसके अलावा वनधन योजना पूरे देश में शुरू हो गई है. वनधन स्कीम के जरिए 15-15 लाख रुपए दिए जा रहे हैं. 3-3 सौ लोग ग्रुप के माध्यम से जुड़ेंगे. हस्तशिल्प का सामान ट्राइफेड खरीदेगा, एमओयू हो चुका है. ऑनलाइन सामान बिकेगा तो आय के स्त्रोत का सृजन होगा.
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राहत पैकेज से मिलेगी मदद
मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि उन्होंने देशभर के सीनियर अफसरों, बुद्धिजीवियों से चर्चा की है. जो लोग घर वापस लौट रहे हैं, गांव में आने पर उन्हें रोजगार के लिए कमी न हो. उनकी आय सृजन के लिए बुद्धिजीवियों ने जो सुझाव दिया है, उसे प्रधानमंत्री को भेजा गया है. 20 लाख करोड़ के पैकेज से प्रवासी मजदूरों को मदद मिलेगी.
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