सरगुजा :अम्बिकापुर में हाउसिंग बोर्ड कॉरपोरेशन का अजब कारनामा सामने आया है. हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनी में रहने वाले लोग 15 वर्ष बाद भी अपने मकान के पूरे मालिक नहीं बन (House sold without registration in Ambikapur) सके हैं. इस मामले में विवाद तब हुआ जब कुछ लोगों ने हाउसिंग बोर्ड में लिये मकान को बेचना चाहा. लेकिन रजिस्ट्रार ऑफिस में उस जमीन की रजिस्ट्री ही सम्भव नहीं थी. पता चला कि जिस जमीन पर मकान बनाकर हाउसिंग बोर्ड ने लोगों को बेचे हैं, वो जमीन आज तक हाउसिंग बोर्ड के नाम नहीं हो सकी है.
अंबिकापुर में हाउसिंग बोर्ड की बड़ी लापरवाही, बिना जमीन हस्तांतरण के मकान बनाकर बेचे - अंबिकापुर में हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी
सरगुजा में हाउसिंग बोर्ड कॉरपोरेशन (Chhattisgarh housing Board Corporation) की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिस जमीन पर हाउसिंग बोर्ड ने घर बनाकर लोगों को दिए वो अब तक कॉरपोरेशन के नाम रजिस्टर्ड नहीं हो सकी है.
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ये था प्रोजेक्ट : अम्बिकापुर के गंगापुर में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी (Housing Board Colony in Gangapur) का निर्माण 2007 में कराया गया था. जिसमें 62 मकान बनाये गये. नमनाकला में वर्ष 2013 में 111 मकान बनाये थे, लेकिन अब इन कालोनियों में रहने वाले लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. लोग सुविधाओं के अभाव की भी बात कह रहे हैं . जमीन स्थानांतरित नहीं होने से न सिर्फ रजिस्ट्री रुकी है बल्कि नगर निगम के पास भी जमीन का रिकॉर्ड नहीं है. दरअसल नक्शे में आधिकारिक रिकॉर्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का नहीं है.