सरगुजा :जेसीसीजे के नेता और पूर्व विधायक अमित जोगी ने सरगुजा के दिवंगत कांग्रेसी नेता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान अमित जोगी ने कांग्रेस पर आरोप (Amit Jogi accuses Congress ) लगाए. जोगी ने कहा कि ''सरगुजा में बारिश हुई लेकिन बहोत लेट से हुई. जिस कारण यहां 60 से 70 प्रतिशत किसान धान की रोपाई नही कर सके. यहां सूखे की स्थिति है. सरकार को सूखा ग्रस्त घोषित करना चाहिये.सरगुजा के लोगों ने जनादेश दिया. इसका आधार बदलाव था. कई बातें कही गई थी इन सब बातों को देखकर कांग्रेस पर विश्वास कर एक अभूतपूर्व जनादेश दिया गया. लेकिन अब पौने चार साल सरकार के हो चुके हैं. लेकिन 99 % कार्य बचे हुए हैं. काम नहीं हुए. बदलाव की जगह बदले की भावना से सरकार काम कर रही है.''
सरगुजा में जीएसटी के साथ बीएसटी की वसूली, अमित जोगी का आरोप - जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अमित जोगी के मुताबिक सरगुजा में जीएसटी के साथ बीएसटी भी वसूला जा रहा है.
जीएसटी के साथ बीएसटी :अमित जोगी के मुताबिक '' सरगुजा संभाग खनिज माफियाओं का गढ़ बन गया. खनिज संपदा को प्रदेश से बाहर स्मगल किया जा रहा है. पूरे देश में एक कर प्रणाली लागू है (recovery of BST with GST in Surguja) जीएसटी. लेकिन आप के संभाग में जीएसटी के साथ बीएसटी भी लागू है. 16 हजार ट्रक देना पड़ रहा है. भले ही जीएसटी में छूट मिल जाये लेकिन बीएसटी पूरा वसूला जा रहा है. पहली बार ऐसा भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है. जैसे जीएसटी को गब्बर सिंह टेक्स कहा जाता है. वैसे हमारे साथियों ने बीएसटी यानी की भूपेश सरकार टेक्स नाम दिया है.''
एम्स खोलने की मांग :अमित जोगी ने कहा कि ''इस संभाग में पिछले 22 वर्षों में बहुत परिवर्तन हुए हैं. लेकिन स्वास्थ्य और शिक्षा के मामले में बहुत पीछे हैं. मैं केंद्र सरकार से आग्रह करूंगा कि सरगुजा और बस्तर में रायपुर की तर्ज पर एम्स खोला जाए. मेरे पिता जी ने अटल बिहारी जी से सुषमा स्वराज जी से निवेदन किया और दिल्ली के बाद पहला एम्स रायपुर में खोला गया. क्योंकि अब राजधानी के अलावा अन्य जगह भी एम्स खोले जा रहे हैं. तो मैं मांग करूंगा कि बस्तर और सरगुजा में भी एम्स खोला जाए. साथ ही स्थानीय विधायक से मैं निवेदन करूंगा कि लखनपुर में एक दानदाता ने अपनी जमीन दान दी. उसमे इंजीनियरिंग कॉलेज खोला गया. उस इंजीनियरिंग कालेज को अम्बिकापुर शिफ्ट कर दिया गया. जबकि अम्बिकापुर में एक नया इंजीनियरिंग कालेज खोला जाना था. आज वो बिल्डिंग खाली पड़ी है. उसका कोई वैकल्पिक व्यवस्था किया जाना (ambikapur news today) चाहिए.''