बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ते जा रहा है. जिले में पदस्थ शिक्षक की कोरोना संक्रमण से मौत का मामला सामने आया है. शिक्षक भिलाई के रहने वाले थे. 7 अगस्त को इनकी मौत की खबर मिली है, इसके बाद शिक्षक संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने मृतक के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और अनुकंपा नियुक्ति देने की प्रशासन से मांग की है.
बता दें, बेरला ब्लॉक में पदस्थ शिक्षक विनोद कुमार पटेल की ड्यूटी एक्टिव सर्विलांस टीम में घर-घर जाकर सर्वे करने के लिए देवादा गांव में लगाई गई थी. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद शिक्षक को 27 जुलाई से एम्स रायपुर में भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान शिक्षक की 7 अगस्त को मौत हो गई है.
एम्स में चल रहा था इलाज
मिली जानकारी के अनुसार शासकीय प्राथमिक शाला देवादा में पदस्थ सहायक शिक्षक की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है. जिसके बाद प्रदेश शिक्षक संघ में गहरा आक्रोश है. शिक्षक विकासखंड शिक्षा अधिकारी बेरला के आदेश पर कंटेनमेंट जोन में सर्दी, बुखार, खांसी के लक्षण वाले व्यक्तियों की खोज में घर-घर सर्वे का काम कर रहा था. शिक्षक ने 18 जून तक काम किया था. शिक्षक संघ ने बताया कि सर्वे करने वाले शिक्षकों को प्रशासन की ओर से किसी भी तरीके से सुरक्षा संसाधन उपलब्ध नहीं कराया गया है. 27 जून को शिक्षक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद राजधानी के एम्स में इलाज किया जा रहा था.
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मुआवजा और अनुकंपा नियुक्ति की मांग
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक संघ के प्रांत अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बताया कि पूरे प्रदेश में यहीं हाल है, जबकि छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ लगातार ऐसे करोना वॉरियर्स शिक्षकों के लिए एक करोड़ की बीमा राशि और सुरक्षा संसाधन की मांग करते आ रहा है. बेरला ब्लॉक के देवादा में पदस्थ शिक्षक की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर फौरन अनुकंपा नियुक्ति देने और 1 करोड़ रुपये मुआवजा राशि की मांग की है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी मधूलिका तिवारी ने बताया कि शिक्षक की मौत की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली है. उन्होंने बता की वे इस मामले की जानकारी ले रही हैं.