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कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग ने लगाया शिविर, 114 कर्मचारियों का लिया सैंपल

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Published : Aug 19, 2020, 4:21 PM IST

कोरोना के सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ते देख कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट के सभी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराने का निर्देश दिया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कलेक्ट्रेट में शिविर लगाया गया है.

Corona Investigation Sample Collection at Korba Collectorate
कोरबा कलेक्ट्रेट में कोरोना जांच सैंपल कलेक्शन

कोरबा : नगर पालिका और जिला पंचायत कार्यालयों में कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद अब कलेक्ट्रेट परिसर को संवेदनशील माना जा रहा है. बुधवार को यहां काम करने वाले कर्मचारियों क सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए लिया गया.

कोरबा कलेक्ट्रेट में कोरोना जांच सैंपल कलेक्शन

कलेक्टर के निर्देश पर कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों और सैंपल कलेक्टिंग टीम ने शिविर लगाया. इस शिविर में कलेक्ट्रेट की विभिन्न शाखाओं के 114 अधिकारी-कर्मचारियों के नाक और गले के स्वाब सैंपल लिए गए हैं.

कलेक्ट्रेट में कार्यरत 85 पुरूष और 29 महिला अधिकारी-कर्मचारियों के कोरोना जांच सैंपल को रायगढ़ के मेडिकल काॅलेज स्थित टेस्ट लैब में भेजा जाएगा, जिसकी रिपोर्ट आगामी दो दिनों में मिलने की संभावना है. कलेक्ट्रेट में बुधवार को छूट गए कर्मचारियों का सैंपल गुरुवार को लिया जाएगा.

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जिले में सामुदायिक संक्रमण का खतरा

बता दें कि कुछ दिन पहले ही नगर निगम आयुक्त एस जयवर्धन और जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके अलावा जिला पंचायत सीईओ के ड्राइवर सहित कुल 6 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. जिला पंचायत और नगर निगम के सर्वोच्च अधिकारियों के कोरोना की चपेट में आने के बाद, अब जिले का सरकारी महकमा बेहद संवेदनशील हो गया है.

4 कर्मचारी मिले कोरोना पॉजिटिव

खासतौर पर जिला पंचायत और नगर निगम के दफ्तर को कोरोना संक्रामण के फैलाव के लिहाज से संवेदनशील माना जा रहा है. नगर निगम आयुक्त के संक्रमित होने से पहले ही निगम के 4 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले थे. इसके बाद से नगर निगम की बिल्डिंग को सील कर दिया गया है. निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारी होम क्वॉरेंटाइन में चले गए हैं. कुछ मरीज ऐसे हैं, जो कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में सीधे तौर पर नहीं आए हैं, जबकि वह सेकेंडरी कॉन्टेक्ट में आने वाले लोग हैं. मेडिकल टीम के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है, सेकेंडरी कॉटेक्ट वाले लोगों के संपर्क में कितने लोग आए हैं, इस लिहाज से अब जिले में सामुदायिक संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.

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