Anand Mohan: 'सुशील मोदी भी चाहते थे आनंद मोहन की रिहाई', BJP की आपत्ति पर JDU का पलटवार - Bihar Politics
पटना: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के फैसले पर बीजेपी और जेडीयू के नेता आमने-सामने आ गए हैं. जेडीयू जहां कानूनी प्रावधानों का हवाला देकर इसे सही ठहरा रही है, वहीं बीजेपी इसे जाति विशेष को खुश करने वाला अनैतिक फैसला बता रहा है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जब बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने सभी के लिए एक जैसा कानून बनाया है तो फिर प्रावधान क्यों आम और खास के लिए अलग-अलग होंगे. जो लोग विरोध कर रहे हैं, उनको याद रखना चाहिए कि सुशील मोदी ने भी कभी आनंद मोहन की रिहाई की मांग की थी. वहीं बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने सरकार के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि वह न तो किसी को फंसाते हैं और ना ही किसी को बचाते हैं, जबकि कभी उन्होंने अधिकारियों से आनंद मोहन को पिटवाया था और आज बचाने के लिए कानून बदल रहे हैं. जनता सब समझती है कि क्यों ऐसा किया जा रहा है.