Patna News: मसौढ़ी पीएचसी कैंपस में मिली एक्सपायरी दवा की जांच पर उठे कई सवाल, CS ने कही ये बात
पटना:मसौढ़ी पीएचसी में मिली एक्सपायरी दवा को अस्पताल प्रशासन ने अपनी दवा बताने से इनकार कर दिया है. सिविल सर्जन द्वारा जांच कमेटी गठित की गई थी, जिसमें अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक संजीता रानी के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर रामानुज और उसी अस्पताल के एक डॉक्टर पूनम कुमारी को जांच कमेटी में शामिल किया गया था.
जांच टीम ने बताया कि इस अस्पताल के स्टॉक में ऐसी बैच की दवाओं का स्टॉक नहीं है, जो फेंकी हुई पायी गई थी. ऐसे में वह दवा इस अस्पताल की नहीं है. इस पूरे जांच पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं. पहला सवाल यह है कि जिस अस्पताल पर एक्सपायरी दवा फेंके जाने का आरोप है, उसी अस्पताल के प्रभारी को इसकी जांच टीम में शामिल किया गया है. इसके अलावा उसी अस्पताल के एक डॉक्टर को भी इस जांच टीम में शामिल किया गया है. ऐसे में जांच के पारदर्शिता को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं.
दरअसल बीते गुरुवार को मसौढ़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कैंपस में एक जर्जर भवन में एक्सपायरी दवा फेंकी हुई थी. ईटीवी भारत ने प्रमुखता से इस मुद्दे को उठाया था. जिसपर संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन ने अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी को जांच करने का निर्देश दिया था. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ रामानुज ने कहा है कि हमारे अस्पताल में जो दवा का स्टॉक पंजी है, उससे मिलान की गई है, सभी दवा की खपत हो चुकी है. ऐसे में वह दवा हमारी नहीं है.