अगर आप भी परिवार का करना चाहते हैं भरण-पोषण तो मिलिए निशा से - Training to Grow Mushrooms
अगर मन में कुछ कर गुजरने की चाहत और जज्बा हो तो कोई भी अड़चन आड़े नहीं आती. बेमिसाल हौसले और जज्बे की धनी निशा ने इस कथन को सच कर दिखाया है. नवादा के समरी-अकबरपुर प्रखंड के तेयार गांव की रहनेवाली निशा ने अपने दम पर मशरूम की खेती शुरू की. आज इस खेती के माध्यम से वह न सिर्फ अपने परिवार को संभाल रही हैं, बल्कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रही हैं.