बिहार

bihar

ETV Bharat / videos

जिनकी कलम ने जलाई क्रांति की मशाल, राष्ट्रकवि दिनकर की पुण्यतिथि पर ETV BHARAT की खास रिपोर्ट - सिमरिया गांव

By

Published : Apr 24, 2020, 8:24 PM IST

बेगूसराय: 'क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल हो, उसको क्या जो दंतहीन विषहीन, विनीत सरल हो'. हिंदी साहित्य में देश प्रेम के कविताओं के लिए जाने-जाने वाले रामधारी सिंह दिनकर को किसी परिचय की जरूरत नहीं है. एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर राष्ट्रकवि दिनकर की उपाधि, राज्यसभा सदस्य, पद्मभूषण पुरस्कार जैसी तमाम उपलब्धियां उन्होंने अपने व्यक्तित्व और विद्वता के बल पर अर्जित किए. उनकी पुण्यतिथि पर देश आज उन्हें याद कर रहा है.रामधारी सिंह दिनकर का जन्म वर्ष 1908 ई में तत्कालीन मुंगेर जिला और वर्तमान बेगूसराय जिले के सिमरिया गांव में हुआ था. साधारण किसान परिवार में जन्मे रामधारी सिंह दिनकर के पिता का नाम रवि सिंह और माता का नाम मनरूप देवी था. रामधारी सिंह दिनकर की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय में हुई, जिसके बाद उन्होंने पटना में स्नातक स्तरीय पढ़ाई पूर्ण की. रामधारी सिंह दिनकर हिंदी के प्रमुख कवि और निबंधकार थे, वो आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि थे और उनके द्वारा रचित कविताएं आज भी अमर है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details