Sawan 2023: 2000 वर्ष पुराना है जागेश्वर धाम सिद्धपीठ, दूर-दूर से लोग पूजा करने आते हैं श्रद्धालु
समस्तीपुर:बिहार केसमस्तीपुर जिले के निजामत गांव में स्थित जागेश्वर नाथ मंदिर की महिमा अपरंपार है. 7 किलोमीटर की दूरी पर सड़क से उत्तर केबस गांव में यह मंदिर अवस्थित है. इसके संबंध में कहा जाता है कि यहां भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग स्वयं उत्पन्न है. सावन माह में सुरक्षा को लेकर ग्रामीण खुद तैनात रहते हैं. दूर-दूर से भक्त जलाभिषेक करने यहां पहुंचते हैं. यह मंदिर मनोकामना सिद्ध पीठ के नाम से जाना जाता है. यहां जो भी भक्त पूजा अर्चना कर मांगते हैं भोलेनाथ उस भक्त की मुराद पूरा करते हैं. जागेश्वर धाम के शिव मंदिर प्राचीन काल से अपनी मान्यताओं के लिए ख्याति प्राप्त है. यहां दूर-दूर से लोग शिवलिंग पर जलाभिषेक करने को लेकर पहुंचते हैं. बताया जाता है कि दो हजार पूर्व यहां भोलेनाथ का शिवलिंग स्वयं उत्पन्न हुआ था और उस समय से लोग पूजा अर्चना करने यहां आते हैं. यहां जो भी भक्त मनोकामना लेकर आते हैं उनकी मनोकामना पूर्ण होती है. सबसे हैरत की बात यह है कि सावन महीने में सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मी की तैनाती नहीं होती है बल्कि पूरे ग्राम वासी भक्तों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखते हैं. मंदिर के पुजारी केदारनाथ पांडे बताते हैं कि यह मंदिर अति प्राचीन काल से यहां अवस्थित है.