PU में और बेहतर होगा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का स्तर, सिंडिकेट बैठक में 583.98 करोड़ का बजट पारित
पटना: 1967 में पटना यूनिवर्सिटी को पूरब का ऑक्सफोर्ड कहा जाता था. लेकिन वक्त के साथ सब कुछ बर्बाद हो गया. मौजूदा वक्त में स्थिति यह है जिस विभाग में प्रोफ़ेसर हैं. वहां शोध की फैसिलिटी नहीं है और जहां फैसिलिटी है, वहां प्रोफेसर नहीं हैं. व्यवस्थाओं में सुधार के लिए 583.98 करोड़ का बजट पारित किया गया है. दावा है कि जल्द ही गुणवत्ता के साथ तस्वीर बदलेगी.