गाय की पूंछ पकड़कर पितरों को वैतरणी पार कराने की मान्यता, 15वें दिन पिंडदानियों ने किया गौ दान
पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2022) के 15वें दिन वैतरणी तालाब में पिंडदानियों ने पिंडदान करने के बाद पितरों को मुक्ति दिलाने के लिए गाय दान किया. 15वें दिन गाय दान का खासा महत्व है. माना जाता है कि पितर गाय की पूंछ पकड़कर वैतरणी पार करते हैं.इस दिन वैतरणी सरोवर में पिंडदान और गौदान करने का नियम है. ऐसी मान्यता ( Importance Of 15th Day Of Pitru Paksha) है कि देवनदी वैतरणी में स्नान करने से पितर स्वर्ग को जाते हैं. पिंडदान और गोदान ( 15th Day Of Pinddan In Gaya) करने के बाद सरोवर के निकट स्थित मार्कण्डेय शिव मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करने का भी प्रावधान है.