देखिए किस तरह 500 मीटर तक पगडंडियों पर एक पांव से कूदकर स्कूल जाती है 10 साल की सीमा
जमुईः किसी भी इंसान के लिए विपरीत परिस्थितियों में अपने सपनों को पूरा करना आसान नहीं होता है. आज हम आपको इसकी बानगी बताने जा रहे हैं. कहानी है जिले के खैरा प्रखंड एक छोटे से गांव फतेहपुर की. जहां एक 10 साल की दिव्यांग बच्ची सीमा (10 Year divyang girl from jamui inspirational story) अपने सपनों को उड़ान देने में जुटी है. शरीर से एक पैर कट चुका है, लेकिन हौसले के पंख इतने मजबूत हैं कि पढ़ लिखकर बुलंदी तक पहुंचने की ठान ली है. पढ़ने का जुनून ऐसा कि एक पैर से हर दिन 500 मीटर पगडंडियों पर चलकर सीमा स्कूल आती और जाती है.