मिलिए बांका की 'मिल्क लेडी' से, जिसने अपनी मेहनत और लगन से बनाई एक अलग पहचान
पशुपालन एक कारगर व्यवसाय है और बेहतर प्रबंधन के साथ कम समय में ही इससे अच्छी सफलता अर्जित की जा सकती है. पशुपालन को हमेशा एक पुरुष प्रधान व्यवसाय ही माना गया, लेकिन जिले की मिल्क लेडी के नाम से प्रसिद्ध सविता देवी ने इस सोच को बदल दिया. उन्होंने अपने दम पर न सिर्फ पशुपालन शुरू किया बल्कि बेहतरीन प्रबंधन और सामंजस्य स्थापित कर सफलतापूर्वक डेयरी उद्योग चला रही हैं. सविता की शादी जिले के अमरपुर प्रखंड स्थित सिझुआ के गरीब परिवार से आने वाले योगेंद्र मांझी से हुई थी. सविता हमेशा सोचती रहती थी कि परिवार की आमदनी कैसे बढ़ाई जाए. उन्होंने एक दिन अपने पति के सामने पशुपालन की इच्छा जाहिर की. साल 2007 में सविता ने एक गाय से पशुपालन की शुरुआत की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने अपनी कड़ी मेनहत से मिल्क लेडी तक का सफर तय किया.