औरंगाबाद: क्या कांग्रेस से 2015 की हार का बदला ले पाएगी BJP? - बिहार महासमर 2020
औरंगाबाद में 2015 के चुनाव में कांग्रेस के आनंद शंकर की जीत को एक बदलाव के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन परिस्थितियां अब बदल चुकी हैं. पिछले चुनाव में स्थिति कुछ और थी. जेडीयू एक बार फिर एनडीए के साथ है. ऐसी स्थिति में कांग्रेस क्या इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रख पाएगी ? गौरतलब है कि 3 लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र में एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशियों के अलावा निर्दलियों की भूमिका भी अहम साबित हो सकती है. ऐसे कई दावेदार विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के टिकट बंटवारे का इंतजार कर रहे हैं. वैसे 2015 के चुनाव में भाकपा ने भी यहां से अपना उम्मीदवार दिया था. मगर अब तक की स्थिति के अनुसार इस बार भाकपा महागठबंधन का हिस्सा रहेगी. कुछ ऐसा ही पिछले चुनाव में कांग्रेस के आनंद शंकर ने को कुल 63,637 मत लाकर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी के रामाधार सिंह को 45,239 मत मिले थे.