बटुकेश्वर दत्त: आजादी का वो मतवाला, जिसने फांसी की सजा नहीं मिलने पर महसूस की शर्मिंदगी - Shaheed-e-Azam Bhagat Singh
हमारी विडंबना है कि भारत मृत्यु और मूर्ति पूजक देश है. स्वतंत्रता आंदोलन में लाखों लोगों ने अपनी जान की बाजी लगा दी. इनमें से कई तो शहीद हो गए लेकिन जो बच गए वह गुमनामी के अंधेरे में चले गए. महान क्रांतिकारी और शहीद-ए-आजम का साथ देने वाले बटुकेश्वर दत्त भी मां भारती के एक ऐसे सपूत हैं, जिन्हें लोगों ने भुला दिया.