जरूरत की राजनीति का क्या होगा अंजाम? बिहार BJP में सियासी उठा पटक होनी तय! - जरूरत की राजनीति
पटना: राजनीति में जरूरत और जरूरत की राजनीति का चोली दामन का साथ रहा है. सियासत के माहिर खिलाड़ी इस बात को विधिवत तरीके से जानते हैं कि राजनीति में कब क्या जरूरत बनेगी. यह किसी खबर के विश्लेषण का मामला नहीं है. बल्कि राजनीति में होने और न होने की जरूरत की समीक्षा है. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए जारी हुई स्टार प्रचारकों की सूची में जगह नहीं मिली है. सियासत की इस चाल ने जब रंग पकड़ा तो सियासतदानों ने कह दिया कि जरूरत होगी, तो सुशील मोदी को चुनाव प्रचार में भेजा जाएगा.