पहले से कोरोना का खतरा झेल रहे लोगों को बाढ़ के बाद सता रही दूसरी संक्रामक बीमारियों की चिंता
ईटीवी भारत बाढ़ की स्थिति को लेकर लगातार ग्राउंड रिपोर्ट दे रहा है. हमारे संवाददाता जब शहर के इन वार्डों में पहुंचे तो स्थिति सामने आई. शहर के 48 में से 16 वार्डों में बाढ़ की वजह से तबाही मची थी. तकरीबन 75 हजार की आबादी इससे प्रभावित हुई थी. कच्चे मकान और फूस की झोपड़ियां ध्वस्त हो गई थी. लोग घर छोड़कर अब भी सड़क पर शरण लिए हुए हैं. बाढ़ का पानी अधिकतर इलाकों से उतर गया है. ऐसे में लोगों को नए सिरे से अपना आशियाना बसाने की चिंता सता रही है. नगर निगम की लापरवाही की वजह से पानी उतरने के बाद सभी इलाकों में गंदगी और बदबू फैल गई है, लेकिन निगम ने अब तक सफाई की व्यवस्था नहीं की है. साथ ही कहीं भी चूना या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया है. जिससे पहले से कोरोना का खतरा झेल रहे लोग दूसरी संक्रामक बीमारियों के फैलने को लेकर सशंकित हैं. हालांकि, नगर निगम ने दावा किया है कि उसने सफाई शुरू कर दी है.