जिंदा होने का सबूत लेकर भटक रहा है ये बुजुर्ग, 10 साल पहले मृत बताकर कफन की भी ले ली गई थी राशि - कबीर अंत्येष्टि अनुदान योजना में धांधली
बेतिया के नरकटियागंज में एक जिंदा इंसान को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया. यहां तक कि सरकार से मिलने वाली कफन की राशि तक उठा ली गई है. अब ये बुजुर्ग अपने जिंदा होने का सबूत देने के लिए एक जगह से दूसरी जगह चक्कर लगा रहा है, लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है. सिस्टम की लापरवाही से मृत घोषित होने के बाद आशिक बैठा सरकार की सभी जन-कल्याणकारी योजना से वंचित हो गए. अब ये 65 वर्षीय बुजुर्ग अपने जिंदा होने का सबूत देने के लिए भटक रहे हैं.
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