हुसैन की याद में निकलने वाला नौबतखाना देता है सौहार्द और भाईचारे का पैगाम
नालंदाः कभी नवाबों का शहर रहे बिहारशरीफ में मोहर्रम के मौके पर नौबतखाना निकालने की अपनी अलग परंपरा है. मोहर्रम के दौरान हुसैन की याद में नौबतखाना निकाला जाता है. यह नौबतखाना शीशे में आकर्षण ढंग से सजा रहता है. नौबत खाना के निर्माण में मुस्लिम धर्म के साथ-साथ हिंदू धर्म के लोग भी जुड़े थे. इस पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित कर एक बार फिर से आपसी सौहार्द और भाईचारे का पैगाम दिया जा रहा है.