किशनगंज का 'किंग' कौन: कांग्रेस लगाएगी जीत की हैट्रिक या JDU साधेगा निशाने पर 'तीर'?
किशनगंज: दिसंबर 2018 में सांसद मौलाना असरार-उल-हक़ क़ासमी के निधन से यहां का राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गया है. इस बार महागठबंधन के साथ-साथ एनडीए ने भी नए चेहरे पर दांव खेला है. कांग्रेस ने जहां मो. जावेद को प्रत्याशी बनाया है, वहीं, जेडीयू ने महमूद अशरफ को अपना कैंडिटेट बनाया है. जबकि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से अख्तरूल इमान मैदान में हैं.