नाम और काम छोटा, अरमान बड़े: चौथी बार लोकसभा चुनाव में ये सज्जन हैं खड़े
किशनगंज: नाम और काम छोटा होना मायने नहीं रखता. मायने रखता है तो अरमानों का बड़ा होना. उन अरमानों को पाने के लिए उनसे लड़ना. इस बात को पिछले 20 साल से सच साबित कर रहे हैं किशनगंज लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार छोटे लाल.