ग्राउंड रिपोर्टः सरकारी सहायता से महरूम हैं ये बाढ़ पीड़ित, जान जोखिम में डाल NH पर ली है शरण
ईटीवी भारत बाढ़ की स्थिति पर लगातार ग्राउंड रिपोर्ट दे रहा है. बिहार में इन दिनों बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. जिले में बाल्मीकिनगर बाराज से छोड़े गए साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी के कारण सारण तटबंध टूट गया. जिससे कई गांव में बाढ़ की भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है. लोग एनएच-28 बच्चों के साथ शरण लेकर अपने दिन गुजार रहे हैं. लेकिन प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई मदद मुहैया नहीं कराई गई है. बाढ़ प्रभावित लोगों की जिंदगी बेपटरी हो गई है. प्रशासन की तरफ से उन्हें बस एक प्लास्टिक दी गई है. दरअसल 23 जुलाई की रात गोपालगंज के कई प्रखंड के लिए लोगों के लिए आफत की रात साबित हुई थी. सारण तटबंध टूटने से सोए हुए लोगों के घरों में बाढ़ का पानी फैल गया. लोग अपने जाना माल की रक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे. कई लोगों के घरों में रखे अनाज, जेवर और जरूरी कागजात भींग कर बर्बाद हो गए.