भागलपुर: कतरनी की सुगंध पड़ी फीकी, सिंचाई के अभाव में किसान छोड़ रहे खेती
प्रसिद्ध कतरनी किसी परिचय का मोहताज नहीं है. पूरे देश भर में कतरनी की सुगंध को लोग भली-भांति जानते हैं. प्राचीन काल से ही यहां के प्रसिद्ध चांदन और चंपा नदी के किनारे कतरनी की खेती की जाती रही है. जगदीशपुर इलाके में खासतौर पर तैयार की जाने वाली कतरनी समय के साथ-साथ धीरे-धीरे एक खास दायरे में सिमटती जा रही है. आलम यह है कि जिस इलाके में लोग कतरनी की खेती करते थे, वे लोग अब साग-सब्जी और आम का उत्पादन कर रहे हैं.