वैलेन्टाइन डे स्पेशल: 'प्रेम पथ' को अमर करने के लिए माउंटेन मैन ने चीर डाला था 'पहाड़ का सीना'
वैलेंटाइन के दिन गया के गेहलौर घाटी पर खास तरह की रौनक होती है. लोग माउंटेन मैन दशरथ मांझी के प्रेम पथ को देखने गेहलौर घाटी पहुंचते हैं. ये वही घाटी है, जो 'दशरथ और फगुनिया' के प्यार की गवाही देती है. दशरथ मांझी का जीवन दुख भरा रहा है, उनका प्रेम ऐसा था जिसमें रोमांस नहीं था, लेकिन प्यार की पराकाष्ठा थी. वो शाहजहां जैसे दमकता ताजमहल नहीं बना सकते थे. मजदूर थे. अपने मेहनतकश हाथों से पहाड़ का सीना भी चीर सकते थे. सो उन्होंने एक दिन वही करना शुरू किया.
Last Updated : Feb 14, 2021, 2:10 PM IST