'बोहनी हो जाए, तो गनीमत है साहब! कपड़ा खरीदने नहीं आ रहा एक भी ग्राहक'
पटना : लॉकडाउन के दौरान गारमेंट्स की दुकान बंद रहीं. केंद्र सरकार के जारी फरमान में देशभर में अनलॉक-1 लागू किया गया. इसके बाद रेडीमेड कपड़ों की दुकानें भी खुली. लेकिन कोरोना काल में मिली यह छूट भी दुकानदारों का दर्द कम नहीं कर पा रहा है. राजधानी पटना 10 हजार छोटी बड़ी कपड़े की दुकानें हैं. वहीं,500 से ज्यादा बड़े शोरूम हैं. मिली छूट के बाद इन दुकानों के शटर उठे तो जरूर हैं. लेकिन यहां ग्राहक नहीं पहुंच रहे. दुकानदारों की मानें, तो बोहनी के लिए पहला ग्राहक कब आएगा, ये उन्हें खुद नहीं पता है.