एक क्लिक में जानें छठ महापर्व की क्या है महत्ता, कैसे हुई शुरुआत
इस साल छठ की शुरुआत 31 अक्टूबर को नहाए खाए से होगी जबकि समाप्ति 3 नवंबर को सुबह सूर्य के अर्ध्य के साथ होगी. आचार्य बृज मोहन मिश्र ने बताया कि छठ मूल रुप से सूर्य की उपासना का पर्व है. इस परंपरा की शुरुआत महाभारत काल से हुई है. वनवास के समय पांडवों के सामने हर तरह की समस्याएं होती हैं तब भगवान श्री कृष्ण पांडव से मिलने वन पहुंचते हैं. महाऋषि धौम्य के आश्रम के पास भगवान कृष्ण की मुलाकात पांडवों से होती है जिसमें सूर्य की उपासना की बात की गई है.