बोल बिहार बोलः 'दरभंगा राज की ऐतिहासिक धरोहरें खस्ताहाल, जन प्रतिनिधियों ने संरक्षण की नहीं की कोशिश' - बिहार के दरभंगा में बोल बिहार बोल कार्यक्रम
दरभंगाः सन 1556 में हिन्दुस्तान के शहंशाह अकबर ने दरभंगा राज को इसके संस्थापक महाराजा महेश ठाकुर के शिष्य को दान में दिया था. आगे चलकर दरभंगा शहर इस राज्य की राजधानी बनी. ये राज्य आज की भारत-नेपाल सीमा से लेकर झारखंड के संताल परगना और पश्चिमी बिहार की सीमा तक फैला था. इस राज्य की अनेक ऐतिहासिक धरोहरें, महल, किला और ऐतिहासिक इमारतें भारत के तकरीबन सभी बड़े शहरों में हैं. दरभंगा में इसकी सबसे ज्यादा धरोहरें हैं, जो धीरे-धीरे नष्ट हो रही हैं. इनको संरक्षित करने का गंभीर प्रयास नहीं किया गया. साथ ही ये ऐतिहासिक शहर भी विकास के मामले में बिहार के दूसरे शहरों की तरह उपेक्षित रह गया. इस चुनाव में धरोहरों के संरक्षण का मुद्दा कितना बड़ा मुद्दा है और इसको लेकर लोगों का क्या कहना है, इस मुद्दे पर ईटीवी भारत की टीम ने 'बोल बिहार बोल' कार्यक्रम में दरभंगा राज परिसर में सुबह की सैर करने आए कुछ लोगों से बात की.