शिक्षक दिवस स्पेशलः दिव्यांग शिक्षिका अनुपमा ने सरकारी स्कूल की बदली सूरत - bihar news
बेगूसरायः पुरानी कहावत है कि 'हिम्मते-ए-मर्दा, मदद-ए-खुदा' यानी कि अगर कोई इंसान किसी काम के लिए सच्चे मन से हिम्मत करे तो खुदा या भगवान भी उसकी मदद करता है. कुछ ऐसी ही हिम्मत शारीरिक रूप से दिव्यांग शिक्षक अनुपमा सिंह ने दिखाई, जिसकी बदौलत मध्य विद्यालय बीहट की तस्वीर ही बदल गई. यह स्कूल अब राष्ट्रीय स्तर के किसी भी सरकारी और प्राइवेट स्कूल को हर विद्या में टक्कर देने को तैयार हैं.