Gaya Pitru Paksha Mela में प्रेतशिला पर तीसरे दिन किया पिंडदान, देखें- कर्मकांड करते श्रद्धालुओं का दृश्य
Published : Sep 30, 2023, 6:15 PM IST
गया: गया पितृपक्ष मेला का आज तीसरा दिन है. गयाजी में तीसरे दिन प्रेतशिला पर पिंडदान का विधान है. जहां प्रेतशिला है उसे भूतों का पहाड़ कहा जाता है, अकाल मृत्यु वाले पितर यहां निवास करते हैं. कहते हैं कि यहां के पहाड़ की चट्टानों जो छिद्र हैं वहां पर अकाल मौत मरने वाली आत्माओं का निवास है. ऐसी मौत के बाद ये आत्माएं इसी भूतों के पहाड़ पर निवास करती हैं. उनके परिजन जब गया जी में आकर तर्पण-पिंडदान करते हैं तब उन्हें मुक्ति मिलती है. इसलिए तीसरे दिन का ये पिंडदान काफी अहमियत रखता है. ऐसी मान्यता है कि अकाल मृत्यु से परलोक सिधारने वाले गया जी स्थित मुख्य वेदियों में से एक प्रेतशिला पिंडवेदी में निवास करते हैं. यहां अकाल मृत्यु से मरने वालों के निमित्त पिंडदान से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह अपने वंंश परिवार को आशीर्वाद देते हैं. पितरों को अकाल मृत्यु से मुक्ति दिलाने के लिए यहां पहाड़ पर सत्तू उड़ाने का भी प्रचलन है. यहां चलते -फिरते या बैठकर पिंडदानी हू-हू की आवाज निकालते भी देखे जाते हैं, जो कि पितरों को प्रेत योनि से मुक्ति का संकेत होता है.