Prashant Kishor: 'नीतीश कभी भाजपा का पैर पकड़ कर तो कभी लालटेन पर लटककर अपनी कुर्सी पर बने हुए हैं'
वैशाली:बिहार के वैशाली में मीडिया संवाद के दौरान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आज के नीतीश कुमार में प्रशासक, नेता और व्यक्ति के तौर पर जमीन आसमान का फर्क है. 2014 में नीतीश कुमार प्रशासक के तौर पर उन्होंने 2005 से 2012 में काम किया था. जिसका असर बिहार में दिखा भी था. जिस समय वो लोकसभा का चुनाव हारे थे तब उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी भी छोड़ दी थी. उस समय नीतीश कुमार चुनाव नहीं हारे थे, उनकी पार्टी चुनाव हारी थी. लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया था, पर 2020 में नीतीश कुमार चुनाव हार गए थे. 243 में से 45 विधायक जीते तो आप चुनाव तो हार गए हैं. लेकिन मौजूदा दौर में नीतीश कुमार कोई न कोई जुगत लगाकर कभी भाजपा का पैर पकड़ कर, कभी लालटेन पर लटककर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चिपके हुए हैं.