Women Help Desk: पटना में महिला हेल्प डेस्क खस्ताहाल, कई जगह फीमेल ऑफिसर भी नहीं
पटनाः महिलाओं को अपनी समस्या थाना में जाकर बताने में कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है. थाना में लगभग समय जाने पर महिलाओं को पुरुष अधिकारियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में महिलाएं संकुचित होकर अपनी समस्याएं पूरी तरीके से नहीं रख पाती हैं. महिलाएं निर्भीक होकर अपनी बात पुलिस के पास रखे शिकायत पूरी तरह से निर्भीक होकर बिना संकुचित हुए कर सके इसके लिए मुख्यमंत्री ने बिहार के सभी थानों में महिला हेल्पडेस्क खोले जाने की बात कही थी कहा जाता है कि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. जमीनी स्तर पर मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का खस्ताहाल है. हम बात पटना की करें तो राजधानी पटना के लगभग थानों के महिला हेल्प डेस्क पर पुलिसकर्मी नहीं रहते हैं या फिर महिला हेल्प डेस्क में ताला लगा रहता है. बिहार की महिलाएं बेहिचक और निर्भीक होकर अपनी समस्याएं महिला हेल्थ में जाकर सुना सके इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी थानों में महिला हेल्प की शुरुआत की थी. राजधानी पटना की बात करें तो लगभग थानों में महिला हेल्प एक्स बंद पड़े हुए हैं या तो उसमें महिला पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहती है जिसके वजह से महिला फरियादी थाने तो पहुंचती है लेकिन अपनी फरियाद पुरुष पुलिसकर्मी को नहीं सुना पाती जिसके लिए मुख्यमंत्री ने महिला हेल्प डेस्क खोलने की घोषणा की थी लेकिन मुख्यमंत्री के घोषणा के बाद भी राजधानी पटना के भी कई थानों में अभी भी महिला हेल्प डेस्क नही खुले हैं या खुले भी है तो महिला अधिकारी मौजूद नहीं रहती हैं.