क्रिकेटर के तौर पर शाहबाज के शुरूआती दिनों को याद कर पिता जावेद महमूद कहते हैं कि पहली बार बैट पकड़ने पर नाराज होकर उन्होंने उसे जला दिया था. तब खेल के लिए दीवाने शाहबाज ने पिता से वादा किया था कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलकर दिखाएगा. मिलिए उसी शाहबाज नदीम और उसके परिवार से.