सामान्य साइकिल से ही नाप दी राज्यस्तरीय चैम्पियनशिप की दूरी, नेशनल की तैयारी के लिए सरकार से मांगी मदद
कहते हैं.. हौसलें अगर बुलंद हो, तो मंजिलें आसान हो जाती हैं. कुछ कर गुजरने का जज्बा अगर हममें हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होती. हमारी जिंदगी का हर पल इम्तिहानों से भरा होता है. मुश्किलों से भाग जाना तो आसान होता है लेकिन सामना करने वालों के कदमों में जहां होता है. कुछ ऐसी ही मुश्किलों का सामना कर बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के दो एथलीटों ने इतिहास रच दिया है. सामान्य साइकिल से साइकलिंग कर नेशनल साइकिलिंग चैम्पियनशिप में अपनी जगह बना ली है.