गयाजी में पिंडदान हुआ 'क्वारंटीन', वर्चुअल कर्मकांड को बताया गया अधार्मिक - bihar latest news
गया: गयाजी में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला इस बार रद्द कर दिया गया है. परंपरा अनुसार, पंडा और पुरोहित यहां पिंडदान कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान मृत्यु लोक से पूर्वज पृथ्वी लोक गयाजी में आते हैं.कोरोना ने सदियों से चली आ रही परंपरा को भी क्वारंटीन सा कर दिया है. इसकी वजह से इस बार पारंपरिक पिंडदान की जगह ई-पिंडदान की व्यवस्था ने जोर पकड़ लिया है. अगर पितरों के मोक्ष के लिए महाकुंभ कहीं नजर आता है तो वह गया में है. धर्म ग्रंथों के अनुसार यहां पूर्वजों का पिंडदान करने से उन्हें जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल जाती है. इसलिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आस्थावान लोग यहां आते हैं और अपने पूर्वजों के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हैं. लेकिन इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है.