वर्ल्ड अर्थराइटिस डे: 80 फीसदी महिलाएं गठिया से पीड़ित, इलाज सिर्फ और सिर्फ एहतियात
पटना: 12 अक्टूबर को वर्ल्ड अर्थराइटिस डे मनाया जा रहा है. अर्थराइटिस यानी जिसे सामान्य भाषा में गठिया का रोग कहा जाता है. इस बार वर्ल्ड अर्थराइटिस डे का थीम है. 'सब आपके हाथ में है, बचाओ खुद से करें. बताते चलें कि जोड़ों के दर्द संबंधित बीमारी को गठिया का रोग कहा जाता है. महिलाओं में यह बीमारी सबसे अधिक देखने को मिलती है. आंकड़े बताते हैं कि भारत में 50 वर्ष से अधिक उम्र की लगभग 80 फीसदी महिलाएं गठिया की बीमारी से पीड़ित हैं. महिलाओं में गठिया का प्रमुख कारण है अनियमित दिनचर्या और हार्मोनल इंबैलेंसमेंट. मेडिकल साइंस बताता है कि गठिया की बीमारी का कोई इलाज नहीं है और यदि किसी को एक बार गठिया की बीमारी हो जाती है तो इसका इलाज सिर्फ और सिर्फ एहतियात है. खानपान को सुधार कर जरूरी एक्सरसाइज करके गठिया की बीमारी को उतने पर ही होल्ड करके रखा जा सकता है. लेकिन यदि यह जब बीमारी बहुत अधिक बढ़ जाती है तो नी रिप्लेसमेंट या नी रिसर्फेसिंग सर्जरी करने की आवश्यकता पड़ जाती है और यही इसका एकमात्र इलाज है. देखें वीडियो...
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:29 PM IST