बगहा: विगत वर्ष सरकार ने मंदिर व मठों की जमीन को राष्ट्रीय सम्पत्ति घोषित करने की बात कही थी. साथ ही यह भी निर्णय लिया गया था कि कब्जाधारियों से इन जमीनों को मुक्त कराया जाएगा. इतना ही नहीं, राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय (Minister Ramsurat Rai) ने कहा था कि तत्काल प्रभाव से मठ और मंदिरों की जमीन की बिक्री पर रोक लगाई जाए और अवैध तरीके से बेची व खरीदी गई जमीन की जमाबन्दी रद्द की जाए. दूसरी ओर पश्चिमी चंपारण जिला के भोलापुर खरहट में भूमाफियाओं ने ठाकुर साहब मंदिर की सैकड़ों एकड़ जमीन को अवैध तरीके से बेच (monastery land sold in Bagaha) दी है.
दरअसल, इस खरीद फरोख्त के काम में एक स्थानीय जिला पार्षद समेत कई भूमाफियाओं का नाम सामने आ रहा है. यहां तक कि जिस व्यक्ति को पावर ऑफ अटॉर्नी दिया गया है, उसकी भी इसमें संलिप्तता की बात सामने आई है. इसकी शिकायत एक समाजसेवी अतुल कुमार सिंह ने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के कार्यालय में की है.
इस आवेदन में जिक्र किया गया है कि ठाकुर साहब मंदिर के तकरीबन 150 एकड़ जमीन कागजात दिए ही लोगों को बेच दी गयी हैं.
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