बेतिया: सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर के न होने से एक महिला मरीज की मौत हो गई है. बता दें कि इसबेतिया सरकारी मेडिकल कॉलेजमें 120 सीनियर डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर पदस्थापित है. ऐसी स्थिति में भी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की उपस्थिति न होना स्वास्थ्य विभागपर कई सवाल खड़े कर रहा है.
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महिला की मौत से आक्रोशित परिजन
महिला मरीज की मौत के बाद परिजन आक्रोशित है. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ भी किया है. लेकिन अगले दिन सुबह 7:00 से 10:00 तक भी पूरे अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं आए. बता दें कि महिला मरीज सुभावती देवी चनपटिया की रहने वाली थी. जिसके पेट में अचानक दर्द शुरू हो गया.
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कई मरीजों की हो चुकी है मौत
मृत महिला मरीज के पति विजय कुमार यादव ने बताया कि सुबह 7:00 बजे वह अपनी पत्नी को लेकर बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज पहुंचे. लेकिन वहां डॉक्टर न होने की वजह से पत्नी ने दम तोड़ दिया. बता दें कि यह घटना पहली नहीं है. इसके पहले भी डॉक्टरों की लापरवाही से बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत हो चुकी है. करोड़ों की लागत से बने इस अस्पताल में सुविधाओं के अभाव और डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज दम तोड़ रहे है.