बेतियाःलॉक डाउन से शुरू हुई किसानों की परेशानी खत्म नहीं हो पा रही है. रविवार को जिले में हुई बेमौसम बारिश के सामने किसान बेबस हैं. जिले में लगातार रुक-रुक कर हो रही वर्षा से खेतों में तैयार फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. वहीं, गेहूं के खेत झील और टापू में तब्दील हो चुके हैं.
बेतिया: बेमौसम बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, गेहूं की फसल खेतों डूबी - रामनगर
भारी बारिश के कारण बगहा, रामनगर और ठकराहा प्रखंड में गेहूं का फसल लगभग बर्बाद हो गई. जिले में चौथी बार हुई बेमौसम बारिश से किसान मायूस और परेशान हैं. वहीं, सरकार से मुआवजे की मांग की जा रही है.
बगहा, रामनगर और ठकराहा प्रखंड का सबसे बुरा हाल है. लॉक डाउन की वजह से कटनी में हुई देरी से किसान आहत हैं. वहीं, प्रकृति के मार के सामने बेबस हैं. चौतरफा मार झेल रहे किसान सरकार से राहत और मदद की गुहार लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि बारिश ने फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है. खासकर की गेहूं फसल बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में सरकार फसल नुकसान का मुआवजा दें, नहीं तो किसान कर्ज में डूब जाएंगे.
चौथी बारिश ने किया सब कुछ बर्बाद
बता दें कि जिले में बेमौसम बरसात की यह चौथी मार है. इससे पहले बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी थी. लेकिन बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. इससे किसानों में मायूसी छायी है. किसान अपने खेतों में गेंहू की बालिया देख रहे है तो कोई अपना कटी हुई फसल देख रहा है.