पश्चिम चंपारण: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 1 लाख 82 हजार 200 क्यूसेक पानी गंडक नदी और उसके सहायक नदियों में छोड़ा गया. जलवृद्धि के कारण दियारा के निचले इलाकों में नदी का दबाव बना हुआ है. इसे लेकर प्रशासन अलर्ट है.
पश्चिम चंपारण: उफान पर गंडक नदी, वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़ा गया पानी - Department of Water Resources
जलसंसाधन विभाग फ्लड ग्रुप वाल्मीकिनगर के नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर प्रत्येक घंटे वाटर लेवल की जानकारी उपलब्ध कर रहा है. विभाग के अधिकारी इसे लेकर काफी सतर्क हैं.
नेपाल और पश्चिम चंपारण में लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. 12 सितम्बर से ही गंडक नदी का जलस्तर 1 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया है. इस दिन दोपहर में गंडक नदी का जलस्तर 1 लाख 23 हजार क्यूसेक पहुंच गया था. ऐसे में लगातार हो रही झमाझम बारिश की वजह से अब गंडक नदी उफनने लगी है. वर्तमान में गंडक नदी का जलस्तर 1 लाख 82 हजार 200 क्यूसेक तक पहुंच गया है.
वाटर लेवल की ही रही मॉनिटरिंग
जलसंसाधन विभाग फ्लड ग्रुप वाल्मीकिनगर के नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर प्रत्येक घंटे वाटर लेवल की जानकारी उपलब्ध कर रहा है. विभाग के अधिकारी इसे लेकर काफी सतर्क हैं और हालात पर पैनी निगाह जमाये हुए हैं. बढ़ते जल स्तर को लेकर जिलाधिकारी खुद जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मॉनिटरिंग कर रहे है. अभियंताओं को भी चौकसी बरतने का आदेश दिया गया है.