पश्चिम चंपारण (बेतिया): मझौलिया प्रखंड के परसा पंचायत डुमरिया गांव के वार्ड नम्बर 6,7 और 8 के ग्रामीण रोड नहीं होने से नाराज चल रहे हैं. जिसे लेकर ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के बाद से अभी तक इस गांव में सड़क नहीं बना. विधायक और सांसद सिर्फ आश्वासन देते हैं लेकिन अभी तक रोड नहीं बना.
बेतिया: सड़क को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी, कहा- रोड नहीं तो वोट नहीं
बेतिया में ग्रामीणों ने सड़क नहीं तो वोट नहीं का बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया
सड़क नहीं बनने से ग्रामीणों की नाराजगी
मझौलिया प्रखंड के परसा पंचायत डुमरिया गांव के वार्ड नम्बर 6,7 और 8 में कुल 1700 वोटर हैं. गांव में सड़क नहीं होने से ग्रामीण नाराज हैं. ग्रामीणों का कहना है कि 15 साल स्वर्गीय डॉ. मदन जयसवाल सांसद रहे. 15 साल बीजेपी की रेणू देवी विधायक रहीं. 5 साल कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी भी विधायक रहे और अभी लगातार डॉक्टर संजय जयसवाल सांसद हैं. इसके बावजूद भी अभी तक इस गांव में सड़क का निर्माण नहीं हुआ. चुनाव के वक्त नेता आते हैं और सड़क बनाने का आश्वासन देते हैं और जैसे ही चुनाव खत्म होता है. किए गए वादे भूल जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सिर्फ आश्वासन मिलता है विकास नहीं होता.
चुनाव के समय दिया जाता है आश्वासन
परसा पंचायत के डुमरिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी 1700 वोटरों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है. जब भी चुनाव आता है तो हमें आश्वासन दिया जाता है कि जीतने के बाद सड़क का निर्माण हो जाएगा. लेकिन आज तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ. सड़क इतनी खराब है कि किसी की तबीयत खराब हो जाए तो मझौलिया या सुगौली के अस्पताल ले जाने में 3 से 4 घंटा समय लग जाएगा. जिससे मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता है.