बगहाः बिहार केबगहा में जानवरों का आतंक (Animal terror in Bagaha) पर रोकथाम लगाया जा रहा है. विभाग ने इस पर काम शुरू कर दिया है. कोई भी जानवर जंगल से गांव की ओर जाएगा तो पता चल जाएगा. बता दें कि आए दिन जिले में कई लोगों को जानवर शिकार बना चुका है, जिसको देखते हुए विभाग ने यह पहल की है. जंगल के चारो ओर एक मशीन लगाई जा रही है. जिसके पास कोई भी जानवर आता है तो सायरन बजने लगेगा. सायरन की आवाज सुनकर जानवर वापस जंगल में भाग जाएंगे.
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सायरन बजने विभाग हो जाएगी सर्तकः बता दें कि वन विभाग अनाइडर मशीन लगा रही है. पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ चिह्नित जगहों पर यह उपकरण लगाया जा रहा है. इस उपकरण के सामने वन्य जीवों के आते ही सायरन बजने लगेगा. जिसके बाद वन्य जीव वापस जंगल में भाग जाएंगे. इस उपाय से वाल्मीकी टाइगर रिजर्व से निकलकर रिहायशी इलाकों में वन्य जीवों के विचरण नहीं हो पाएगा. क्योंकि आए दिन जंगली जानवर कई लोगों को शिकार बना चुका है.
फसल व लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं जानवरः बता दें कि वाल्मीकी टाइगर रिजर्व से अमूमन वन्य जीव निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं. ग्रामीणों के फसलों समेत आम लोगों को भी नुकसान पहुंचाते हैं. लिहाजा वन विभाग वन्य जीवों के रिहायशी इलाकों समेत किसानों के खेतों में घुसने से रोकने को लेकर गंभीर है. इसी के मद्देनजर वन विभाग प्रशासन ने एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. जिसके तहत जंगल और खेतों से सटे इलाकों में एनाइडर मशीन लगाई जा रही है.
जानवर को गांव में घुसने से रोकेगाः वन विभाग आईसीआईसीआई ICICI फाउंडेशन की मदद से यह उपकरण लग रहा है. इस फाउंडेशन के अधिकारी मुकुल कुमार ने बताया की कुल 51 एनाइडर मशीन लगा रही है. जिसका उद्देश्य वन्य जीवों को रिहायशी इलाकों में घुसने से रोकना है. मुकुल कुमार ने बताया की मशीन के सामने 30 मीटर और दाएं- बाएं 15 मीटर के दायरे से कोई भी जानवर या व्यक्ति गुजरेगा तो विभिन्न तरह के सायरन बजने लगेंगे.
"पायलट प्रोजेक्ट के तहत दरुआबारी गांव के पास जंगल और खेत से सटे क्षेत्र में मशीन लगाई जा रही है. अब तक 16 एनाइडर मशीन दो दिनों में लगाई जा चुकी है. हरनाटांड़ वनक्षेत्र में भी 15 उपकरण लगाए जाएंगे. यदि यह प्रयोग सफल होता है तो पूरे वीटीआर वन क्षेत्र में रिहायशी इलाकों के आसपास इस उपकरण को लगाया जाएगा."-अवधेश कुमार सिंह, रेंजर, वाल्मीकीनगर