बेतिया: बिहार में एक ऐसा गांव जहां हर घर में अमिताभ है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यहां सैकड़ों की तादाद में लोगों की लंबाई महानायक अमिताभ बच्चन की लंबाई जैसी है. दरअसल, लौरिया प्रखंड का मरहिया गांव जहां राजपूतों का 200 परिवार है. इनकी पूरी आबादी लगभग 600 के करीब है. इस परिवार की औसत लंबाई 6 फीट 5 इंच है. वहीं दर्जनों लोगों की लंबाई 7 फीट है. वहीं, इन परिवार की जो बच्चियां हैं, उनकी औसत लंबाई 5 फीट 8 इंच है. बता दें कि इस गांव को 'लंबुओं का गांव' के नाम से भी जाना जाता है.
परिवार में रहते हैं इतने पुरुष
इस एक परिवार में 80 पुरुष रहते हैं. जो लगभग 6 फीट 8 इंच से लेकर 7 फीट तक हैं. लगभग 6 फीट 6 इंच के 40 पुरुष हैं और 6 फीट 5 इंच के 25 पुरुष हैं. जिनकी औसत लंबाई 6 फीट 4 इंच है.
देश की सेवा में तत्पर परिवार
बता दें कि इस परिवार के लोग अपनी लंबाई का फायदा उठाते हैं और देश की सेवा के लिए सेना में भर्ती हो जाते हैं. इस परिवार में अभी 18 लोग डिफेंस में सेवा दे रहे हैं. जिसमें सात लोग आर्मी में है. एसएसबी में तीन और सीआरपीएफ में पांच हैं. वहीं, नेवी में दो और एक आर्मी में कैप्टन हैं और एक जेसीओ हैं. वहीं, गांव के जो युवा पीढ़ी हैं, वह भी सेना में जाने के लिए तैयारी कर रहे हैं.
क्या है कहानी?
बताया जाता है कि लौरिया के ऐतिहासिक स्थल नंदनगढ़ इसी पंचायत में है. इस राजपूताना परिवार के पूर्वज ध्रुव नारायण सिंह को बेतिया के महाराजा हरेंद्र ने मरहिया गांव में रहने के लिए जमीन इनाम में दी थी. बताया यह भी जाता है जब महाराजा शादी के समय पालकी में बैठ रहे थे, तभी हाथी ने उन पर हमला कर दिया था. जिस पर ध्रुव नारायण सिंह ने तलवार के एक ही वार से हाथी का सूंड़ काट डाला था. जिस पर राजा ने इनके परिवार को मरहिया इनाम में दिया था. यह लंबे होने के साथ-साथ वीर और साहसी भी हैं. यह मूल रूप से छपरा के कौशिक राजपूत हैं.