पश्चिम चंपारण: शुक्रवार को देश भर में हरतालिका तीज पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन सुहागिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती से अपने सुहाग की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना कर अपने पति की लंबी आयु के लिए वरदान मांगती हैं. बता दें कि हरतालिका पर्व पर महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं.
मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था. इसके बाद माता पार्वती के कठोर तप को देखकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन देकर अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया. तब से ही अच्छे पति की कामना और लंबी उम्र के लिए इस व्रत को रखा जाता है.
बेतिया में मनाया गया हरतालिका तीज रात भर चलता है भजन-कीर्तन
बता दें कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज मनाई जाती है. इस दिन सुहागिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती से अपने सुहाग की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना कर उनकी लंबी आयु का वरदान मांगती हैं. इस व्रत में रात भर पूजन किया जाता है. इसके बाद बालू के भगवान शंकर और माता पार्वती की मूर्ति बनाकर पूजा की जाती है. वहीं इस दिन पूजा-पाठ करने के बाद महिलाएं रात भर भजन-कीर्तन करती हैं.
बाढ़ स्थित बाजारों में लौटी रौनक
पटना :कोरोना की मार झेल रहे शहर के व्यापारियों के लिए तीज का पर्व राहत की बौछार लेकर आया है. जिला प्रशासन द्वारा दुकान खोलने की अनुमति मिलते ही दुकानदारों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं. बाढ़ अनुमंडल के बाजारों में फल, कपड़े और श्रृंगार की दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई. बड़ी संख्या में महिलाओं ने कपड़े और श्रृंगार के सामानों की खरीदारी की. इस दौरान बाजार गुलजार रहा जिससे आर्थिक मंदी से जूझ रहे दुकानदारों को बड़ी राहत मिली.
तीज पर्व पर पूजा करतीं तीज व्रती महिलाएं तीज पूजा पर दिखा कोरोना का असर
समस्तीपुर: जिले के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिवर्ष होने वाले सार्वजनिक तीज पूजा पर कोरोना की मार देखने को मिली. सुहागिनों के सबसे महत्वपूर्ण पर्व हरतालिका तीज पर इस बार महिलाओं ने घर पर ही भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा की. बता दें कि इस पर्व पर प्रतिवर्ष मंदिरों में विशेष तैयारी की जाती है. वहीं कोरोना के कारण इस बार सार्वजनिक गतिविधियों पर रोक लगने के कारण हरतालिका तीज को लेकर महिलाएं डलिया, चूड़ी और श्रृंगार सामग्री की खरीदारी करती हैं.
समस्तीपुर में मनाया गया तीज पर्व पति की लंबी आयु का व्रत
इस व्रत को सुहागिन महिलाएं भादो मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को करती हैं. मान्यता है कि हरतालिका तीज के दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती के साथ श्री गणेश की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर रातभर भजन-कीर्तन करती हैं. जिससे पति की लंबी उम्र के साथ घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.