बगहा:प्रखंड प्रशिक्षण संस्थान वाल्मीकीनगर (बायट)में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 50 छात्र छात्राओं में 27 छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है. डीएलएड किए हुए छात्र छात्राओं का अक्टूबर 2022 में परीक्षा परिणाम घोषित हो गया था. उसमें से 27 छात्र छात्राओं का रिजल्ट अधर में लटक गया था, लेकिन तकनीकी समस्या दूर होने के दो माह बाद इन विद्यार्थियों का रिजल्ट दिसंबर माह में आ गया.
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बगहा में शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन: हालांकि अब तक उनके हाथ मार्कशीट नहीं लगा है. विद्यार्थी 8 महीने से अंक पत्र के लिए संस्थान का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन इन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. जिस कारण वे मायूस हैं और इसी को लेकर भविष्य के शिक्षकों ने प्रखंड प्रशिक्षण संस्थान के समक्ष शांति पूर्ण रूप से धरना दिया. दरअसल रिजल्ट निर्गत होने के 8 महीने बाद तक इन प्रशिक्षुओं को मार्कशीट नहीं मिला है.
मार्कशीट नहीं मिलने से नाराजगी: छात्र छात्राओं ने शिक्षा विभाग के ढुलमुल रवैये से परेशान हो प्रशिक्षण संस्थान के मैनेजमेंट पर भी सवाल उठाया. छात्रों ने आरोप लगाया है कि बायट द्वारा प्रैक्टिकल परीक्षा में 27 बच्चों का अंक पूर्णांक से ज्यादा चढ़ा कर भेजा गया था. लिहाजा बोर्ड ने इनका रिजल्ट लटका दिया था.
"दो माह बाद रिजल्ट तो आ गया लेकिन मार्कशीट से अभी तक वंचित हैं. ऐसे में बिहार सरकार द्वारा बीपीएससी परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 12 जुलाई तक घोषित की गई है और जब तक अंकपत्र नहीं मिल जाता तब तक बीपीएससी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं."- नेहा परवीन, अभ्यर्थी
"रिजल्ट आए 6 महीने हो गए लेकिन मार्कशीट नहीं आया है. 27 छात्रों का मार्कशीट नहीं आया है. इसलिए हम प्रदर्शन कर रहे हैं."-अभ्यर्थी
"प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके कुछ छात्र छात्राओं का अंक पत्र अभी तक निर्गत नहीं किया गया है. इसके लिए संस्थान पूर्व से ही प्रयासरत है. कई बार बोर्ड को इस बाबत पत्र भी लिखा गया है लेकिन अभी तक बोर्ड के द्वारा अंक पत्र निर्गत नहीं किया गया है."-हरिराम दीक्षित, प्रभारी प्रधानाचार्य, बायट, वाल्मीकीनगर
प्रैक्टिकल की परीक्षा में गड़बड़ी: वहीं दूसरी ओर छात्र-छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रैक्टिकल की परीक्षा में कुल अंक 50 थे, लेकिन 50 अंक की परीक्षा में कुछ छात्र छात्राओं को 55 से 60 अंक दिए गए. जिसके कारण उनके परीक्षा फल को होल्ड कर दिया गया है. यही वजह है कि उनके भविष्य के ऊपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.