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पश्चिम चंपारण: पहाड़ी नदियों ने धारण किया रौद्र रूप, कई गांव जलमग्न - flood

पश्चिमी चंपारण में पहाड़ी नदियां पंडई और हड़बोड़ा उफान पर हैं. दोनों नदियां आसपास के गांवों में कहर बरपा रही है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है. वहीं, सैकड़ों एकड़ फसल भी बर्बाद हो गए हैं, लेकिन अधिकारी उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं.

पहाड़ी नदियों का पानी गांवों में घुसा
पहाड़ी नदियों का पानी गांवों में घुसा

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Published : Jul 3, 2021, 2:31 PM IST

पश्चिमी चंपारण(बेतिया): नरकटियागंज में भारी बारिश (Heavy Rain) और पहाड़ी नदियों (Hill River) के जलस्तर बढ़ने से (Increase Water Level) दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नरकटियागंज, बलथर, भिखनाठोडी, लौरिया मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी 3 से 4 फीट तक बह रहा है. जिसके चलते इन मार्गों पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो चुका है.

लोगों को राहत समाग्री का इंतजार

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बाढ़ से लोगों को भारी परेशानी
नरकटियागंज अनुमंडल के भसुरारी, बरगजवा, बैरिया, कटघरवा, गोकुला आदि दर्जनों गांव में भी पानी घुस गया है, जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सैकड़ों एकड़ फसल भी बर्बाद हो गए हैं, लेकिन अधिकारी उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं.

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बता दें कि बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है लेकिन बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत समाग्री अभी तक नहीं पहुंचाई गई है. वहीं वार्ड सदस्य मेराजुल की मानें तो हर साल बाढ़ आती है कई बार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से बांध बंधवाने को कहा जाता है, लेकिन कोई सुध नहीं लेता है ऐसे में दर्जनों लोग इससे हमेशा परेशान रहते हैं.

कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

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हर साल कहर बरपाती हैं नदियां
पश्चिम चंपारण में नदियां उफान पर हैं. गंडक, सिकरहना समेत पहाड़ी नदियों ने एक बार फिर तांडव मचाना शुरू कर दिया है. सड़क मार्ग टूट गया है. जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि हड़बोड़ा और पंडई नदी हर साल कहर बरपाती है. इसके बावजूद भी प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है. पंडई नदी के कहर के कारण मुरली भरहवा गांव के लोग सड़क किनारे खानाबदोश की जिंदगी बिताने को मजबूर हैं. ऐसे में जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है.

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