वाल्मीकिनगर/पश्चिम चंपारण: महागठबंधन में सीटों पर फंसा पेंच कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद पूर्णमासी राम ने भी टिकट न मिलने की स्थिति में आर या पार की लड़ाई का मूड बना लिया है. उनका कहना है कि जो फसल मैंन रोपी उसे कोई और काटे ये मंजूर नहीं.
जो फसल मैंन रोपी उसे कोई और काटे, ये कत्तई मंजूर नहीं: पूर्णमासी राम
वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद पूर्णमासी राम ने भी टिकट न मिलने की स्थिति में आर या पार की लड़ाई का मूड बना लिया है. उन्होंने कहा कि फसल मैंने रोपी और काटेगा कोई और ये मैं कत्तई बर्दाश्त नहीं करूँगा.
एक तरफ जहां एनडीए ने वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के सिटिंग सांसद सतीशचन्द्र दुबे का टिकट काटकर यह सीट जदयू के खाते में डाल दिया. वहीं, दूसरी तरफ महागठबंधन में अब भी इस सीट को लेकर प्रत्याशियों के बीच काफी तनातनी चल रही है. प्रतिदिन एक नए प्रत्याशी के नाम के कयास लगाया जा रहे हैं. इसी बीच पूर्व सांसद व लालू कैबिनेट में खाद्य आपूर्ति मंत्री रह चुके पूर्णमासी राम ने अब बगावती तेवर का रुख अख्तियार कर लिया है. आज संवाददाताओं से बात चीत करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ जाती विशेष के लोग मेरे पीछे पड़े हैं कि मुझे टिकट नहीं दिया जाए. उन्होंने कहा कि फसल मैंने रोपी और काटेगा कोई और ये मैं कत्तई बर्दाश्त नहीं करूँगा.
टिकट नहीं मिलने पर लड़ सकते हैं निर्दलीय चुनाव
गौरतलब है कि 1999 में पूर्णमासी राम गोपालगंज सुरक्षित क्षेत्र से जदयू पार्टी के सांसद रह चुके हैं. उसके बाद जब टिकट नही मिला तो उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया और 2014 के संसदीय चुनाव में मोदी लहर के बीच वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र में ढाई लाख से अधिक मतों के साथ दूसरे पायदान पर रहे थे. ऐसे में अब जब सीट बंटवारे के तहत यह सीट कांग्रेस के खाते में गई. इसके बावजूद नितदिन नए प्रत्याशियों को टिकट मिलने के नाम के चर्चा के बीच पूर्णमासी राम ने बगावती तेवर अपना लिया है. उनका कहना है कि टिकट न मिलने की स्थिति में वे बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं.