बिहार

bihar

By

Published : Aug 30, 2019, 3:10 PM IST

ETV Bharat / state

पुलिस ने चिटफंड बैंक का किया भंडाफोड़, 10 साल से ग्राहकों को लगा रहा था करोड़ों का चूना

शिकायतकर्ता शमशाद आलम पिछले 2 साल से बैंक में अपने जमा किए गए पैसे के लिए दौड़ लगा रहे थे. लेकिन पैसा नहीं मिल रहा था. ऐसे में पुलिस करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले कंपनी को सील करके उसका भंडाफोड़ किया है.

पुलिस ने चिटफंड बैंक का किया भांडाफोड़

पश्चिमी चंपारण: बेतिया में सुप्रिया सिनेमा रोड में चल रहे चिटफंड कंपनी का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. कंपनी स्वर्ण इंडिया के नाम से चल रही थी. यह कंपनी बैंक के तौर पर काम कर रही थी. जहां पर बैंक का मेंबर बनने के बाद पैसा जमा करवाया जाता था. उसके बाद पैसे को 6 साल में दोगुना करने की बात कही जाती थी. बेतिया पुलिस ने फिलहाल इस कंपनी को सील कर दिया है.

एजेंट को हिरासत में लेती पुलिस

पुलिस मामले की गहन जांच में जुट चुकी है. ऐसे में इसके तार कहां-कहां से जुड़े है, पुलिस इसको लेकर एक बड़ा खुलासा कर सकती है. बेतिया में यह चिटफंड बैंकिंग कंपनी 10 साल से चल रही थी. कंपनी के मालिक अनिल कुमार चौधरी मुजफ्फरपुर के रहने वाले है.

शिकायतकर्ता की ओर से भेजा गया मैसेज

दो एजेंट गिरफ्तार, बाकी फरार
नरकटियागंज के शमशाद आलम ने 2 दिन पहले बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को व्हाट्सएप के साथ स्पीड पोस्ट से ठगी के शिकायत का आवेदन भेजा था. फिर डीजीपी के आदेश पर स्वर्ण इंडिया कंपनी में पुलिस ने छापेमारी की. पुलिस ने छापेमारी के दौरान कंपनी के कागजात को जप्त कर लिया है. साथ ही दो एजेंट को भी गिरफ्तार कर लिया है. बाकी कर्मी अभी फरार हैं. ऐसे में पुलिस कंपनी के और भी पेपर को खंगाल रही है. ऐसी आशंका है कि कंपनी ने करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है.

चिटफंड कंपनी स्वर्ण इंडिया ग्राहकों को लगा रही थी चूना

शिकायतकर्ता को 2 साल से नहीं मिल रहा था पैसा
शिकायतकर्ता शमशाद आलम पिछले 2 साल से बैंक में अपने जमा किए गए पैसे के लिए दौड़ लगा रहे थे. लेकिन पैसा नहीं मिल रहा था. पुलिस ने जिस एजेंट को हिरासत में लिया है उसने बताया कि कई सालों से ग्राहकों को पैसा नहीं मिल पा रहा था. गौरतलब है कि कंपनी 2009 से बेतिया में चल रही थी और कंपनी का मुजफ्फरपुर सहित कई शहरों में कार्यालय है, जो अब बंद हो चुका है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details