बेतिया: बिहार के बेतिया जिले में एक ऐसा भी पंचायत है जो केवल देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए मिसाल है. जिले के नौतन प्रखण्ड के बैकुण्ठवा पंचायत ने प्रकृति को हरा-भरा बनाए रखने के लिए हजारों पौधे लगाए हैं. इस पंचायत में चारों ओर हरियाली ही हरियाली है. यहां मनरेगा के तहत लगभग 25 हजार पौधे लगाए गए हैं. कहा जा सकता है कि यह पंचायत सही मायनों में आदर्श पंचायत है.
नौतन प्रखंड का बैकुण्ठवा पंचायत में सागवान, आंवला, जामुन, अमरुद, आम, अर्जुन आदि किस्म के पौधे सड़क और नहरों के किनारे लगे हुए हैं. मनरेगा से इस पंचायत में 125 परिवारों को रोजगार मिला है. यहां 125 वनपोषक 365 दिन पौधों की देखरेख करते हैं. इन वनपोषकों को सरकार 1400 रुपये प्रतिमाह तनख्वाह भी देती है.
नौतन प्रखंड का बैकुण्ठवा पंचायत तनख्वाह में बढ़ोतरी की मांग
पौधों की देखरेख करने वाले वनपोषकों का कहना है कि यह हमारा पंचायत चंपारण का सबसे हरा-भरा पंचायत है. यहां सबसे अधिक पेड़ पौधे लगे हैं. वह इस सेवा से संतुष्ट हैं. लेकिन, उन्होंने सरकार से गुजारिश की है कि उनकी तनख्वाह में सरकार कुछ बढ़ोतरी करे.
सरकार से वेतन बढ़ाने की गुजारिश कई लोगों को मिल रहा रोजगार
गौरतलब है कि मनरेगा और हरियाली मिशन के तहत बैकुण्ठवा पंचायत में लाखों की विकास योजना धरातल पर है. मनरेगा के तहत लगभग 50 लाख की योजना से वृक्षारोपण, मिट्टी भराई, पीसीसी आदि कार्य कराए गए हैं. वहीं, हरियाली मिशन के तहत पौधों को सुरक्षा कवच यानी गैबियन कर लगभग 13 हजार लगाए गए हैं. इस गैबियन बनाने के क्रम में सैकड़ों मजदूरों को रोजगार मिला है.
इस पंचायत में सरकारी योजनाओं का लाभ दिखता है
पंचायत में 14वीं वित्त योजना से 30 लाख की योजना से ईट सोलिंग, पीसीसी बनाए गए हैं. वहीं, डेढ़ करोड़ की लागत से जल नल योजना धरातल पर उतारी गई है. पंचम वित्त आयोग योजना से 20 लाख की राशि पंचायत में विकास के लिए खर्च किए गए हैं. पंचायत में लगभग 300 पीएम आवास बनाए गए हैं जबकि वृद्धा पेंशन 1600 पेंशनधारियों को दिया गया है.
आदर्श पंचायत की मिसाल
बता दें कि मनरेगा और हरियाली मिशन के तहत बैकुण्ठवा पंचायत हरा-भरा है. साथ ही साथ राज्य सरकार और केंद्र सरकार की करोड़ों रुपए की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के कारण यह पंचायत खुशहाल है. अभी तक राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं से लगभग 6 करोड़ 70 लाख की राशि पंचायत के विकास में लगाई गई है.